इस साल कब है योगिनी एकादशी? जानें विष्णु जी को प्रसन्न करने के लिए तुलसी से जुड़ा विशेष उपाय – When is yogini ekadashi this year? Know the special remedy related to tulsi to please lord vishnu
हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है, जो भगवान विष्णु की आराधना के लिए समर्पित होती है। आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है और इस बार यह पावन तिथि 21 जून 2025, शनिवार को पड़ रही है। इस दिन व्रत-उपवास के साथ-साथ तुलसी से जुड़े कुछ खास उपाय करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। आइए जानते हैं योगिनी एकादशी पर तुलसी से जुड़े कौन से उपाय करने चाहिए। योगिनी एकादशी पर क्या करें? तुलसी पूजा और मंत्र जाप सुबह स्नान कर शुद्ध होकर भगवान विष्णु और तुलसी के पौधे की विधिपूर्वक पूजा करें। तुलसी को धूप, दीप, जल अर्पित करें और “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें। इसके साथ ही तुलसी के चारों ओर सात बार परिक्रमा करें। तुलसी दल से करें भोग अर्पण भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए उनके भोग में तुलसी दल (पत्ते) अवश्य शामिल करें। मान्यता है कि तुलसी के बिना भगवान विष्णु किसी भी भोग को स्वीकार नहीं करते। तुलसी की माला से करें जप योगिनी एकादशी के दिन तुलसी की माला से भगवान विष्णु के नाम का जप करें। इससे मानसिक शांति मिलती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। तुलसी विवाह और पौधारोपण इस दिन शाम को तुलसी विवाह या तुलसी पौधा लगाने का विशेष महत्व है। तुलसी विवाह कराने से जीवन में सुख-शांति आती है, और तुलसी का पौधा घर में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। भगवान विष्णु की पूजा और दान-पुण्य भगवान विष्णु की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराएं और चंदन, रोली, धूप, दीप व पुष्प अर्पित करें। पूजा के बाद ब्राह्मणों को अन्न, वस्त्र और दक्षिणा का दान करें। यह व्रत 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के पुण्य के बराबर माना गया है। चावल का सेवन न करें अगर आप व्रत नहीं भी रखते हैं, तो भी योगिनी एकादशी के दिन चावल का सेवन न करना श्रेयस्कर होता है। व्रतधारी अगले दिन सूर्योदय के बाद भगवान को भोग अर्पण कर, दीप जलाकर और प्रसाद वितरण के साथ व्रत खोल सकते हैं। इस साल कब है योगिनी एकादशी? जानें विष्णु जी को प्रसन्न करने के लिए तुलसी से जुड़ा विशेष उपाय – When is yogini ekadashi this year? Know the special remedy related to tulsi to please lord vishnu