
इज़राइल और ईरान के बीच युद्ध की शुरुआत से वैश्विक अस्थिरता की आशंकाएं बढ़ गई हैं। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को कनाडा, क्रोएशिया और साइप्रस की आधिकारिक यात्रा पर रवाना होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही कनाडा में आयोजित होने वाले जी-7 देशों के शिखर सम्मेलन में भाग लेने जा रहे हैं। यह सम्मेलन दुनिया के सात सबसे समृद्ध लोकतांत्रिक देशों अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, कनाडा, इटली, जर्मनी और जापान का प्रमुख वार्षिक मंच है। इस बार पीएम मोदी को कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने औपचारिक रूप से आमंत्रित किया है। दोनों नेताओं के बीच हाल ही में टेलीफोन पर बातचीत के दौरान द्विपक्षीय बैठक की सहमति भी बनी थी।
भारत और कनाडा के संबंध अक्टूबर 2023 से तनावपूर्ण चल रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि पीएम मोदी और पीएम कार्नी की यह मुलाकात रिश्तों को सामान्य करने की दिशा में एक नई शुरुआत कर सकती है। प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा को राजनयिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
हाल के वर्षों में भारत को लगातार जी-7 समिट में विशेष आमंत्रित देश के रूप में शामिल किया जा रहा है। भारत की अर्थव्यवस्था जी-7 के तीन सदस्य देशों—इटली, कनाडा और फ्रांस—से बड़ी है। भारत ने पहले से ही जापान और ब्रिटेन के साथ आर्थिक समझौते किए हैं, जबकि अमेरिका और यूरोपीय संघ (EU) के साथ व्यापार समझौता जल्द होने की संभावना है।
कनाडा यात्रा के बाद पीएम मोदी यूरोपीय संघ के दो छोटे लेकिन रणनीतिक रूप से अहम देशों क्रोसिया और साइप्रस का दौरा करेंगे। यह पहली बार होगा जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री क्रोसिया की यात्रा करेगा, जिसकी आबादी लगभग 39 लाख है। वहीं, पीएम मोदी करीब 23 साल बाद साइप्रस की यात्रा पर जाने वाले पहले भारतीय पीएम होंगे।
साइप्रस की यात्रा को तुर्की के साथ भारत के संबंधों के संदर्भ में भी देखा जा रहा है। साइप्रस का एक हिस्सा दशकों से तुर्की के कब्जे में है और दोनों देशों के रिश्ते बेहद तनावपूर्ण हैं। भारत हमेशा से साइप्रस के पूर्ण एकीकरण का समर्थन करता रहा है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि पीएम मोदी साइप्रस से इस मुद्दे पर कोई बड़ा बयान देते हैं या नहीं।
कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे पीएम मोदी, क्रोसिया और साइप्रस की ऐतिहासिक यात्रा भी करेंगे –
PM modi will attend G-7 summit in canada, will also make a historic visit to croatia and cyprus