
भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमलों के बाद, केंद्र सरकार ने 8 मई को सुबह 11 बजे एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
यह बैठक नई दिल्ली स्थित संसद पुस्तकालय भवन (कक्ष जी-074) में आयोजित होगी, जिसकी पुष्टि केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की गई पोस्ट में की।
सरकार द्वारा बुलाई गई यह बैठक बुधवार तड़के किए गए सैन्य हमलों के बारे में सभी दलों के नेताओं को जानकारी देने के लिए आयोजित की जा रही है। इन हमलों को 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में अंजाम दिया गया, जिसमें 26 नागरिकों (25 भारतीय, 1 नेपाली) की जान गई थी।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद देशभर के विपक्षी नेताओं ने भी इस सर्जिकल सैन्य कार्रवाई का समर्थन किया और सेना की सराहना की राहुल गांधी (कांग्रेस) “हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है। जय हिंद। मल्लिकार्जुन खड़गे (कांग्रेस अध्यक्ष): भारत की आतंकवाद के खिलाफ एक अडिग राष्ट्रीय नीति है। हमें अपनी सेना पर गर्व है। अरविंद केजरीवाल (आप), शरद पवार (एनसीपी-एसपी), असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM) समेत कई विपक्षी नेताओं ने भी सेना की कार्रवाई को सही ठहराया और आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख की सराहना की।
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए आतंकवाद का जवाब देने के अपने अधिकार का प्रयोग किया है। हमारे पास पहलगाम हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता के पक्के सबूत हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि द रेजिस्टेंस फ्रंट नामक संगठन ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली है, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है। मिस्री ने इस बात पर जोर दिया कि इस्लामाबाद बार-बार आतंकी नेटवर्क्स के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा, जो पाकिस्तान की ओर से संचालित हो रहे हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद केंद्र सरकार ने 8 मई को सर्वदलीय बैठक बुलाई –
After operation sindoor, the central government called an all-party meeting on 8 may