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दिल्ली विधानसभा हुई पूरी तरह पेपरलेस, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने किया ई-विधानसभा प्रणाली का शुभारंभ - Delhi assembly becomes completely paperless, Union minister kiren rijiju launches e-Assembly system

दिल्ली विधानसभा हुई पूरी तरह पेपरलेस, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने किया ई-विधानसभा प्रणाली का शुभारंभ – Delhi assembly becomes completely paperless, Union minister kiren rijiju launches e-Assembly system

दिल्ली विधानसभा ने इतिहास रचते हुए खुद को पूरी तरह पेपरलेस घोषित कर दिया है। शनिवार को केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विधानसभा भवन में ई-विधानसभा प्रणाली का औपचारिक शुभारंभ किया। इस अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता, उप सभापति मोहन सिंह बिष्ट और पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा भी मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा ई-विधान परियोजना का क्रियान्वयन दिल्ली में विधायी दक्षता और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए तकनीक को अपनाने की दिशा में एक उल्लेखनीय प्रयास है। नौ करोड़ रुपये की मंजूरी के साथ 108 दिनों के भीतर यह प्रणाली लागू करना एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली अब उन राज्यों की कतार में शामिल हो गई है जिन्होंने पहले ही इस प्रणाली को सफलतापूर्वक लागू किया है। यह कदम केंद्र सरकार की डिजिटल इंडिया पहल को जमीनी स्तर पर उतारने का उदाहरण है। विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने बताया दिल्ली विधानसभा अब नेशनल ई-विधान पोर्टल (NeVA) से जुड़ चुकी है। आगामी मानसून सत्र पूरी तरह डिजिटल प्लेटफॉर्म पर संचालित होगा। सभी दस्तावेज, प्रश्नोत्तर, नोटिस, बुलेटिन और कार्यसूची अब ऑनलाइन उपलब्ध होंगे। इससे कागज की बचत, पारदर्शिता में वृद्धि और कार्यप्रणाली में गति आएगी। उन्होंने कहा, यह पहल प्रधानमंत्री मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान को मजबूत आधार प्रदान करती है।   दिल्ली विधानसभा हुई पूरी तरह पेपरलेस, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने किया ई-विधानसभा प्रणाली का शुभारंभ – Delhi assembly becomes completely paperless, Union minister kiren rijiju launches e-Assembly system

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तेलंगाना और कर्नाटक में सत्ता संतुलन साधने में जुटी कांग्रेस, अंदरूनी खींचतान बनी बड़ी चुनौती - Congress is trying to balance power in telangana and karnataka, internal conflict is a big challenge

तेलंगाना और कर्नाटक में सत्ता संतुलन साधने में जुटी कांग्रेस, अंदरूनी खींचतान बनी बड़ी चुनौती – Congress is trying to balance power in telangana and karnataka, internal conflict is a big challenge

कांग्रेस के लिए दक्षिण भारत के दो महत्वपूर्ण राज्य कर्नाटक और तेलंगाना की सत्ता में स्थिरता बनाए रखना आसान नहीं हो रहा है। इन दोनों राज्यों में पार्टी को अपनी ही सरकारों के भीतर बढ़ती अंदरूनी सियासी खींचतान और नेतृत्व संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है। कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार के बीच सत्ता संतुलन को लेकर दांवपेंच लगातार जारी हैं। दोनों नेताओं के बीच चल रही प्रतिद्वंद्विता पार्टी आलाकमान के लिए लगातार सिरदर्द बनी हुई है, जिससे राज्य की प्रशासनिक स्थिरता भी प्रभावित हो रही है। तेलंगाना में भी मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी अपनी पहली कैबिनेट विस्तार को लेकर चुनौतियों से जूझ रहे हैं। छह पदों के लिए योजना थी, लेकिन अंततः केवल तीन मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। यह कदम सत्ता में भागीदारी चाहने वाले विधायकों की बढ़ती दावेदारी और सामाजिक समीकरणों को साधने के प्रयास के बीच लिया गया। कैबिनेट में शामिल किए गए तीन नए मंत्रियों में दो दलित और एक ओबीसी वर्ग से हैं, जबकि अनुसूचित जनजाति वर्ग को खुश करने के लिए रामचंद्र नायक को विधानसभा का डिप्टी स्पीकर बनाया गया है। तेलंगाना और कर्नाटक दोनों सरकारें अब राहुल गांधी के सामाजिक न्याय एजेंडे को लागू करने की दिशा में कदम बढ़ा रही हैं। कर्नाटक में 2015 की जातीय जनगणना रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डालकर नई सामाजिक-आर्थिक जातिवार जनगणना कराने की घोषणा की गई है। वहीं तेलंगाना में जातिगत संतुलन को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी अपनी पसंद के नेता पी. सुदर्शन रेड्डी को मंत्रिमंडल में शामिल कर उन्हें गृह मंत्री बनाना चाहते थे, लेकिन पार्टी हाईकमान और प्रदेश अध्यक्ष बी. महेश कुमार गौड़ के विरोध के चलते यह संभव नहीं हो पाया। वहीं चुनाव से पहले कांग्रेस में लौटे कोमाटीरेड्डी राजगोपाल रेड्डी जैसे वरिष्ठ नेताओं को भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई, जिससे असंतोष और गहरा गया है। इन सबके बीच कांग्रेस नेतृत्व ने रणनीति के तहत तीन कैबिनेट पद रिक्त रखे हैं ताकि भविष्य में जैसे-जैसे सियासी परिस्थितियां बदलें, उसी अनुसार नेताओं को साधा जा सके।   तेलंगाना और कर्नाटक में सत्ता संतुलन साधने में जुटी कांग्रेस, अंदरूनी खींचतान बनी बड़ी चुनौती – Congress is trying to balance power in telangana and karnataka, internal conflict is a big challenge

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महाराष्ट्र की सियासत में हलचल: क्या शरद पवार और अजित पवार फिर आएंगे साथ? - Stir in Maharashtra politics: Will Sharad pawar and ajit pawar come together again?

महाराष्ट्र की सियासत में हलचल: क्या शरद पवार और अजित पवार फिर आएंगे साथ? – Stir in Maharashtra politics: Will Sharad pawar and ajit pawar come together again?

महाराष्ट्र की राजनीति में समीकरण तेजी से बदलते नजर आ रहे हैं। एक तरफ जहां ठाकरे बंधुओं उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के संभावित गठबंधन की चर्चा जोरों पर है, वहीं अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दो धड़ों शरद पवार गुट और अजित पवार गुट के एक साथ आने की अटकलों ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। इस राजनीतिक सुगबुगाहट की वजह बना है पुणे जिले के बारामती तालुका में स्थित मालेगांव सहकारी चीनी कारखाना चुनाव, जो 22 जून 2025 को होने वाला है। यह चुनाव केवल एक सहकारी संस्था की प्रक्रिया नहीं, बल्कि पवार परिवार की राजनीति का अहम इम्तिहान माना जा रहा है। बारामती, शरद पवार और अजित पवार का गढ़ रहा है और राज्य की राजनीति में इसकी भूमिका बेहद निर्णायक रही है। इसीलिए इस चुनाव के नतीजे और इससे जुड़ी रणनीति को एक संभावित राजनीतिक पुनर्मिलन के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, शरद पवार गुट ने मालेगांव शुगर फैक्ट्री चुनाव में अजित पवार से 21 में से 6 सीटों की मांग की है। सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या अजित पवार इस प्रस्ताव को मानेंगे। आज नामांकन वापसी की अंतिम तारीख है और दोपहर तक यह स्पष्ट हो जाएगा कि पवार परिवार बारामती की इस जंग में एक साथ खड़ा होगा या नहीं। अगर दोनों गुटों का पैनल साझा तौर पर सामने आता है, तो यह माना जाएगा कि एनसीपी में एकता की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। हालांकि, अजित पवार गुट के दो वरिष्ठ नेता इस एकता के विरोध में बताए जा रहे हैं, जिससे अंत तक स्थिति स्पष्ट नहीं मानी जा रही है। राजनीतिक विश्लेषकों काjpb मानना है कि अगर शरद और अजित पवार के बीच यह एकजुटता परवान चढ़ती है, तो इससे ना सिर्फ एनसीपी मजबूत होगी, बल्कि केंद्र की राजनीति में भी इसका असर दिख सकता है। इस गठबंधन की स्थिति में सुप्रिया सुले को केंद्र सरकार में मंत्री पद मिलने की संभावना जताई जा रही है। इस घटनाक्रम ने एक बार फिर महाराष्ट्र की राजनीति में संभावित नए गठबंधन और समीकरणों की चर्चाओं को हवा दे दी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या पवार परिवार अपने पुराने मतभेदों को भुलाकर एकजुटता की नई मिसाल पेश करेगा।   महाराष्ट्र की सियासत में हलचल: क्या शरद पवार और अजित पवार फिर आएंगे साथ? – Stir in Maharashtra politics: Will Sharad pawar and ajit pawar come together again?

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गोमती रिवरफ्रंट पर महाराजा सुहेलदेव की सोने की प्रतिमा लगवाएंगे, अखिलेश यादव का बड़ा ऐलान - A gold statue of maharaja suheldev will be installed on the gomti riverfront, Akhilesh yadav big announcement

गोमती रिवरफ्रंट पर महाराजा सुहेलदेव की सोने की प्रतिमा लगवाएंगे, अखिलेश यादव का बड़ा ऐलान – A gold statue of maharaja suheldev will be installed on the gomti riverfront, Akhilesh yadav big announcement

उत्तर प्रदेश की सियासत में महाराजा सुहेलदेव एक बार फिर से चर्चा के केंद्र में हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच के चित्तौरा झील के पास 11वीं सदी के महान शासक महाराजा सुहेलदेव की 40 फीट ऊंची और 17 टन वजनी कांस्य प्रतिमा का भव्य अनावरण किया। इसी के जवाब में समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अगर 2027 में समाजवादी पार्टी सत्ता में आती है तो वह लखनऊ के गोमती रिवरफ्रंट पर महाराजा सुहेलदेव की सोने की प्रतिमा स्थापित करेंगे। मुख्यमंत्री योगी ने प्रतिमा अनावरण के दौरान कहा कि महाराजा सुहेलदेव ने 1033 ईस्वी में महमूद गजनवी के सेनापति गाजी सालार मसूद को पराजित किया था। उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा, कांग्रेस, सपा और अन्य दलों ने महाराजा सुहेलदेव की विरासत की उपेक्षा की है। यह स्मारक पहले क्यों नहीं बना? उन्होंने हमारे गौरवशाली इतिहास को वोट बैंक की राजनीति के कारण भुला दिया। सीएम योगी ने विपक्ष पर यह भी आरोप लगाया कि वे विदेशी आक्रमणकारियों के खिलाफ कभी नहीं बोलते, क्योंकि वे मुस्लिम वोट बैंक की तुष्टिकरण नीति में फंसे हैं। इसी दिन शाम को समाजवादी पार्टी मुख्यालय में आयोजित विजय दिवस कार्यक्रम में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीधा जवाब देते हुए कहा, जब उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार बनेगी, हम महान सम्राट महाराजा सुहेलदेव की चमचमाती स्वर्ण प्रतिमा लखनऊ के गोमती रिवरफ्रंट पर स्थापित करेंगे। कार्यक्रम में सपा के वरिष्ठ नेता जैसे उदय प्रताप सिंह, नरेश उत्तम पटेल, राजेंद्र चौधरी और श्याम लाल पाल मौजूद रहे। अखिलेश यादव ने आगामी 2027 विधानसभा चुनावों को लेकर कहा कि भाजपा एक धोखेबाज़ पार्टी है, जो चुनावों में बेईमानी करती है। उन्होंने चुनाव आयोग से निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने की अपील की।   गोमती रिवरफ्रंट पर महाराजा सुहेलदेव की सोने की प्रतिमा लगवाएंगे, अखिलेश यादव का बड़ा ऐलान – A gold statue of maharaja suheldev will be installed on the gomti riverfront, Akhilesh yadav big announcement

गोमती रिवरफ्रंट पर महाराजा सुहेलदेव की सोने की प्रतिमा लगवाएंगे, अखिलेश यादव का बड़ा ऐलान – A gold statue of maharaja suheldev will be installed on the gomti riverfront, Akhilesh yadav big announcement Read More »

मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर सीएम योगी ने किया विशेष प्रदर्शनी का उद्घाटन, गिनाईं सरकार की उपलब्धियां - On completion of 11 years of modi government, CM yogi inaugurated a special exhibition and listed the achievements of the government

मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर सीएम योगी ने किया विशेष प्रदर्शनी का उद्घाटन, गिनाईं सरकार की उपलब्धियां – On completion of 11 years of modi government, CM yogi inaugurated a special exhibition and listed the achievements of the government

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी  की केंद्र सरकार के 11 वर्ष पूरे होने के अवसर पर देशभर में जश्न का माहौल है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में मंगलवार को विशेष प्रदर्शनी का आयोजन कर केंद्र सरकार की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी उपस्थित रहे। प्रदर्शनी में मोदी सरकार के तीनों कार्यकाल पहला (2014-2019), दूसरा (2019-2024) और तीसरे कार्यकाल की शुरुआत में अपनाई गई नीतियों को आकर्षक और सामाजिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया गया। इसमें जनकल्याणकारी योजनाओं, डिजिटल इंडिया, महिला सशक्तिकरण, आत्मनिर्भर भारत, विदेश नीति में बदलाव, किसानों के हितों में लिए गए फैसलों, और वैश्विक मंचों पर भारत की भूमिका को प्रमुखता दी गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी को भारत के पुनर्जागरण का सूत्रधार बताते हुए कहा कि बीते 11 वर्षों में भारत ने विकास, आत्मनिर्भरता और राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले भारत केवल शांति की अपील करता था, लेकिन अब अगर कोई देश आतंकवाद के जरिए भारत को चुनौती देता है, तो उसे सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक और ऑपरेशन सिंदूर जैसे सशक्त जवाब मिलते हैं। यह बदलाव प्रधानमंत्री की निर्णायक और साहसी नीतियों की वजह से संभव हो सका है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मोदी सरकार की उपलब्धियों को राष्ट्र निर्माण के 1100 वर्षों के बराबर बताया। उन्होंने कहा कि इन वर्षों में जो कार्य गरीबी उन्मूलन, कृषि समृद्धि, महिला सशक्तिकरण, और युवाओं को अवसर देने के लिए किए गए हैं, वे अभूतपूर्व हैं। भारत की वैश्विक छवि में जो उन्नति हुई है, वह भी मोदी युग की विशेषता है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने प्रधानमंत्री की नीतियों को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद सिद्धांत की जीवंत अभिव्यक्ति करार दिया। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार की वजह से अब तक 25 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं, जो कि सामाजिक और आर्थिक न्याय की दिशा में बड़ा कदम है।   मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर सीएम योगी ने किया विशेष प्रदर्शनी का उद्घाटन, गिनाईं सरकार की उपलब्धियां – On completion of 11 years of modi government, CM yogi inaugurated a special exhibition and listed the achievements of the government

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एसीबी ने आप नेता मनीष सिसोदिया को दूसरा समन भेजा - ACB sends second summons to AAP leader manish sisodia

एसीबी ने आप नेता मनीष सिसोदिया को दूसरा समन भेजा – ACB sends second summons to AAP leader manish sisodia

दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया को भ्रष्टाचार निरोधक शाखा की ओर से क्लासरूम घोटाले में एक बार फिर समन भेजा गया है। इस बार उन्हें 20 जून को पेश होने का निर्देश दिया गया है। इससे पहले 9 जून को पेशी के लिए भेजे गए समन पर उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए उपस्थित होने से इनकार कर दिया था। ACB ने यह समन लगभग ₹2,000 करोड़ के कथित क्लासरूम घोटाले के सिलसिले में भेजा है, जिसमें सरकारी स्कूलों में बनाए गए 12,748 कक्षाओं के निर्माण में भारी अनियमितताओं के आरोप हैं। जांच एजेंसी ने 30 अप्रैल को मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के खिलाफ FIR दर्ज की थी, जिसके बाद जांच आगे बढ़ रही है। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की मंजूरी मिलने के बाद भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की। जांच में यह सामने आया है कि इन कक्षाओं के निर्माण की लागत को असामान्य रूप से बढ़ाया गया और कार्य को सेमी-पर्मानेंट स्ट्रक्चर के तौर पर अंजाम दिया गया। ACB का दावा है कि जिन ठेकेदारों को ठेके दिए गए, उनके संबंध आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए थे। जांच में यह भी पाया गया कि निर्माण कार्य के दौरान सरकारी नियमों की अवहेलना की गई और कीमतों को जानबूझकर बढ़ाया गया। सरकारी दस्तावेजों के अनुसार, एक क्लासरूम की निर्माण लागत 24.86 लाख रुपये बताई गई, जबकि दिल्ली में इसी तरह के निर्माण का औसत खर्च 5 लाख रुपये होता है। आरोप है कि मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए लागत और साइज में मनमाने तरीके से बदलाव किए।   एसीबी ने आप नेता मनीष सिसोदिया को दूसरा समन भेजा – ACB sends second summons to AAP leader manish sisodia

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दिल्ली भाजपा का बड़ा फैसला, पार्षद सुमन राजोरा को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया - Delhi BJP big decision, councillor suman rajora expelled from the party for 6 years

दिल्ली भाजपा का बड़ा फैसला, पार्षद सुमन राजोरा को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया – Delhi BJP big decision, councillor suman rajora expelled from the party for 6 years

दिल्ली नगर निगम के रोहिणी जोन वॉर्ड कमिटी चुनाव में पार्टी लाइन के खिलाफ वोटिंग करने के आरोप में भारतीय जनता पार्टी ने पार्षद सुमन राजौरा को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई दिल्ली BJP प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के आदेश पर की गई है। सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में हुए वॉर्ड कमिटी चुनाव में पार्टी ने कुल 8 वॉर्ड कमिटियों में चेयरमैन और डिप्टी चेयरमैन पद पर जीत दर्ज की है। इससे BJP की स्थिति स्थायी समिति चुनाव में मजबूत हुई है। लेकिन रोहिणी जोन में मिली हार ने पार्टी को भीतरघात के संकेत दे दिए। रोहिणी और वेस्ट जोन की वॉर्ड कमिटियों पर चुनाव के लिए BJP ने इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी को समर्थन दिया था। वेस्ट जोन में आम आदमी पार्टी के साथ कड़ा मुकाबला रहा, लेकिन रोहिणी जोन में BJP को पूरा भरोसा था कि इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी के उम्मीदवार को जीत मिलेगी। इस जोन में कुल 21 पार्षदों को वोट डालना था BJP के 9, इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी के 2 और AAP के 10 पार्षद। बहुमत के लिए 11 वोटों की आवश्यकता थी, और समीकरणों के अनुसार इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी के उम्मीदवार सुमन अनिल राणा की जीत तय मानी जा रही थी। लेकिन परिणाम इसके विपरीत आया। क्रॉस वोटिंग की वजह से आम आदमी पार्टी के अमृत जैन चेयरमैन पद का चुनाव जीत गए। पार्टी के अंदरखाने में यह चर्चा है कि पार्षद सुमन राजौरा ने पार्टी लाइन के विरुद्ध जाकर AAP उम्मीदवार के पक्ष में वोट डाला। BJP नेतृत्व ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए कड़ी कार्रवाई की और सुमन राजौरा को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया।   दिल्ली भाजपा का बड़ा फैसला, पार्षद सुमन राजोरा को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया – Delhi BJP big decision, councillor suman rajora expelled from the party for 6 years

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राहुल गांधी के कटाक्ष के बाद चुनाव आयोग ने उठाया बड़ा कदम, राहुल ने की तारीफ और रखी नई मांग - After rahul gandhi sarcasm, Election commission took a big step, rahul praised it and made a new demand

राहुल गांधी के कटाक्ष के बाद चुनाव आयोग ने उठाया बड़ा कदम, राहुल ने की तारीफ और रखी नई मांग – After rahul gandhi sarcasm, Election commission took a big step, rahul praised it and made a new demand

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद, चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव से जुड़े आंकड़े 2009 से 2024 तक सार्वजनिक कर दिए हैं। इस कदम की राहुल गांधी ने सराहना की है और कहा है कि यह निष्पक्षता की दिशा में आयोग का पहला सकारात्मक कदम है। साथ ही उन्होंने मांग की है कि चुनाव आयोग एक तय तारीख घोषित करे, जिस दिन यह डेटा डिजिटल और मशीन-रीडेबल फॉर्मेट में जनता को सौंपा जाए। राहुल गांधी ने अपने लेख मैच फिक्सिंग महाराष्ट्र में आरोप लगाया था कि 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में धांधली हुई थी और बीजेपी ने नतीजों को प्रभावित किया। उन्होंने आशंका जताई कि ऐसी ही मैच फिक्सिंग रणनीति आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में भी दोहराई जाएगी। राहुल ने लिखा, धोखा देने वाला पक्ष भले ही चुनाव जीत जाए, लेकिन इससे लोकतांत्रिक संस्थाओं की साख को गंभीर नुकसान पहुंचता है और जनता का भरोसा टूटता है। उन्होंने सभी भारतीय नागरिकों से आग्रह किया कि वे इन चुनावी धांधलियों के सबूतों को खुद देखें, निष्कर्ष निकालें और सरकार तथा आयोग से जवाब मांगें। राहुल ने कहा कि यह सिर्फ महाराष्ट्र या बिहार तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि हर उस राज्य में दोहराया जाएगा जहां बीजेपी को हार का सामना करना पड़ रहा है। राहुल गांधी के आरोपों पर चुनाव आयोग ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। आयोग ने कहा कि कांग्रेस नेता द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह निराधार और भ्रामक हैं। आयोग ने साफ किया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 का विस्तृत डेटा 24 नवंबर 2024 को कांग्रेस को उपलब्ध कराया गया था और यह आयोग की वेबसाइट पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है। आयोग ने कहा, जानबूझकर गलत सूचना फैलाना लोकतांत्रिक संस्थाओं का अपमान है और इससे जनविश्वास को नुकसान पहुंचता है। संस्थान की साख खराब करने की कोशिशें पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण हैं। भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी की टिप्पणी की कड़ी आलोचना की है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, राहुल गांधी हार मान चुके हैं। उन्हें समझना चाहिए कि केवल आरोप लगाने से कुछ नहीं होगा। जब तक वो जमीन पर नहीं उतरेंगे, तब तक कांग्रेस की स्थिति नहीं सुधरेगी। भाजपा विधायक राम कदम ने राहुल के बयान की तुलना स्कूल के उस छात्र से की जो परीक्षा में फेल होने के बाद कहता है कि सवाल सिलेबस से बाहर थे। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस चुनाव जीतती है, तब EVM और चुनाव आयोग ठीक होते हैं, लेकिन हारते ही सब कुछ गलत लगने लगता है।   राहुल गांधी के कटाक्ष के बाद चुनाव आयोग ने उठाया बड़ा कदम, राहुल ने की तारीफ और रखी नई मांग – After rahul gandhi sarcasm, Election commission took a big step, rahul praised it and made a new demand

राहुल गांधी के कटाक्ष के बाद चुनाव आयोग ने उठाया बड़ा कदम, राहुल ने की तारीफ और रखी नई मांग – After rahul gandhi sarcasm, Election commission took a big step, rahul praised it and made a new demand Read More »

शिवसेना (यूबीटी) को झटका, डबल महाराष्ट्र केसरी चंद्रहार पाटिल ने छोड़ा उद्धव ठाकरे का साथ, शिंदे गुट में होंगे शामिल - Setback to shiv sena (UBT), Double maharashtra kesari chandrahar patil left uddhav thackeray side, will join shinde faction

शिवसेना (यूबीटी) को झटका, डबल महाराष्ट्र केसरी चंद्रहार पाटिल ने छोड़ा उद्धव ठाकरे का साथ, शिंदे गुट में होंगे शामिल – Setback to shiv sena (UBT), Double maharashtra kesari chandrahar patil left uddhav thackeray side, will join shinde faction

शिवसेना (यूबीटी) नेता और डबल महाराष्ट्र केसरी पुरस्कार विजेता पहलवान चंद्रहार पाटिल ने उद्धव ठाकरे का साथ छोड़कर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट में शामिल होने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने अपने इस निर्णय की जानकारी फेसबुक पोस्ट के जरिए दी, जिसे उद्धव ठाकरे गुट के लिए बड़ा राजनीतिक झटका माना जा रहा है। अपनी फेसबुक पोस्ट में पाटिल ने लिखा, राज्य के खेल क्षेत्र में काम करते हुए मैंने कई समस्याएं, खामियां और अनियमितताएं देखीं। इन मुद्दों को सुलझाने के लिए सरकार की भागीदारी जरूरी है। इसलिए मैंने और मेरे साथियों ने महायुति सरकार के साथ जाने का फैसला लिया है, ताकि खेल और सामाजिक क्षेत्र में प्रभावी कार्य किया जा सके। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमवार को चंद्रहार पाटिल ठाणे में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, मंत्री उदय सामंत, संजय शिरसाट, शंभूराज देसाई, प्रकाश आबिटकर और प्रताप सरनाईक की उपस्थिति में औपचारिक रूप से शिंदे गुट की शिवसेना में शामिल होंगे। गौरतलब है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में चंद्रहार पाटिल ने सांगली सीट से उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) के टिकट पर चुनाव लड़ा था। हालांकि, उसी सीट से कांग्रेस नेता विशाल पाटिल भी मैदान में उतरे थे, जबकि महाविकास आघाड़ी (MVA) के तहत कांग्रेस और शिवसेना सहयोगी थे। चुनाव में विशाल पाटिल ने निर्दलीय रूप से जीत हासिल की और बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए। इसी घटनाक्रम से चंद्रहार पाटिल की नाराजगी की चर्चाएं तेज हो गई थीं। बीते कुछ समय से चंद्रहार पाटिल और शिंदे गुट के नेताओं के बीच मुलाकातों का सिलसिला तेज हो गया था। हाल ही में उन्होंने उद्योग मंत्री उदय सामंत के माध्यम से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी। वहीं सांसद श्रीकांत शिंदे ने भी चंद्रहार पाटिल की तारीफ करते हुए कहा था कि, वे अच्छे कार्यकर्ता हैं, अगर वह हमारे साथ आते हैं, तो उनका स्वागत है। इस घटनाक्रम ने महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हलचल मचा दी है, खासकर सांगली क्षेत्र में शिवसेना (यूबीटी) की स्थिति पर इसका सीधा असर पड़ सकता है।   शिवसेना (यूबीटी) को झटका, डबल महाराष्ट्र केसरी चंद्रहार पाटिल ने छोड़ा उद्धव ठाकरे का साथ, शिंदे गुट में होंगे शामिल – Setback to shiv sena (UBT), Double maharashtra kesari chandrahar patil left uddhav thackeray side, will join shinde faction

शिवसेना (यूबीटी) को झटका, डबल महाराष्ट्र केसरी चंद्रहार पाटिल ने छोड़ा उद्धव ठाकरे का साथ, शिंदे गुट में होंगे शामिल – Setback to shiv sena (UBT), Double maharashtra kesari chandrahar patil left uddhav thackeray side, will join shinde faction Read More »

राहुल गांधी के मैच फिक्सिंग बयान पर मचा सियासी तूफान, सीएम फडणवीस ने आंकड़ों के साथ दिया करारा जवाब - Rahul gandhi match fixing statement created a political storm, CM fadnavis gave a befitting reply with statistics

राहुल गांधी के मैच फिक्सिंग बयान पर मचा सियासी तूफान, सीएम फडणवीस ने आंकड़ों के साथ दिया करारा जवाब – Rahul gandhi match fixing statement created a political storm, CM fadnavis gave a befitting reply with statistics

कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर दिए गए मैच फिक्सिंग वाले बयान ने सियासी हलचल मचा दी है। एक प्रमुख हिंदी और अंग्रेजी दैनिक में प्रकाशित लेख में राहुल गांधी ने चुनाव परिणामों को लेकर गंभीर सवाल उठाते हुए मतगणना में धांधली का आरोप लगाया। इसके बाद भारतीय राजनीति में बयानबाज़ी तेज हो गई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा, राहुल गांधी को महाराष्ट्र की हार बहुत गहराई से चुभी है, लेकिन बार-बार जनादेश का अपमान करना लोकतंत्र का अपमान है। जनता ने उन्हें खारिज कर दिया है, अब उन्हें आत्ममंथन करने की जरूरत है। जब तक राहुल गांधी खुद को झूठा दिलासा देते रहेंगे, कांग्रेस की हार का सिलसिला जारी रहेगा। राहुल गांधी ने अपने लेख में दावा किया कि मतदान के दिन शाम 5 बजे तक 58.22% मतदान हुआ, जो अगली सुबह 66.05% तक पहुंच गया। उन्होंने इस बढ़ोत्तरी को संदिग्ध बताते हुए कहा कि इन 12,000 बूथों में से 85 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की। इस पर सीएम फडणवीस ने सटीक आंकड़ों के साथ जवाब देते हुए कहा कि अंतिम घंटे में बढ़ा मतदान असामान्य नहीं है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया, माढा निर्वाचन क्षेत्र में अंतिम घंटे में 18% मतदान हुआ और वहां शरद पवार गुट की जीत हुई। वणी में 13% मतदान हुआ, जहां उद्धव ठाकरे गुट जीता। श्रीरामपुर में 12% मतदान हुआ, और कांग्रेस ने जीत दर्ज की। सीएम ने कहा कि अंतिम घंटे में 17.70 लाख मतदाताओं ने वोट डाला, जो प्रति मिनट 97,103 वोट के औसत से हुआ। उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण का हवाला देते हुए बताया कि उस समय वोटिंग प्रतिशत 60.96% से बढ़कर 66.71% हुआ था, जिसमें कांग्रेस ने कई सीटें जीती थीं। ऐसे में सिर्फ बीजेपी को फायदा हुआ, यह कहना भ्रामक है। फडणवीस ने कहा कि वर्ष 2024 में 40.81 लाख नए मतदाता जुड़े, जिनमें से 26.46 लाख युवा मतदाता थे। चुनाव आयोग ने कांग्रेस के वकील ओमर हुड्डा को 60 पन्नों का विस्तृत पत्र भेजकर सभी बिंदुओं पर स्पष्ट जवाब दे दिया था। उन्होंने याद दिलाया कि 2004-2009 में 1 करोड़, 2009-2014 में 75 लाख और 2014-2019 में 63 लाख नए मतदाता जोड़े गए थे। इसलिए 2024 में मतदाता वृद्धि को चमत्कार बताना भ्रामक है। राहुल गांधी के आर्टिकल में चुनाव आयोग की चुप्पी और मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोपों पर आयोग ने तथ्यों के साथ जवाब देकर सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।   राहुल गांधी के मैच फिक्सिंग बयान पर मचा सियासी तूफान, सीएम फडणवीस ने आंकड़ों के साथ दिया करारा जवाब – Rahul gandhi match fixing statement created a political storm, CM fadnavis gave a befitting reply with statistics

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