
विराट कोहली द्वारा 12 मई को अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा ने भारतीय क्रिकेट जगत को हैरानी में डाल दिया है। लंबे समय तक भारतीय टेस्ट टीम की रीढ़ रहे कोहली का इस तरह से खेल को अलविदा कहना न केवल भावनात्मक झटका है, बल्कि इससे भारतीय टेस्ट टीम में एक बड़ा खालीपन भी पैदा हो गया है, जिसे भरना आसान नहीं होगा।
यह फैसला ऐसे समय में आया जब रविचंद्रन अश्विन और रोहित शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। कोहली ने अपनी संन्यास की घोषणा इंस्टाग्राम पोस्ट के ज़रिए की, लेकिन क्रिकेट जगत में पहले से ही चर्चा थी कि वह टेस्ट क्रिकेट छोड़ सकते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, विराट कोहली को संकेत दिए गए थे कि वह दिसंबर-जनवरी में भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान एक बार फिर टेस्ट कप्तानी संभाल सकते हैं। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत के एडिलेड टेस्ट हारने के बाद टीम मैनेजमेंट का रुख बदल गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि, कम से कम उनके करीबी लोगों का कहना है कि उन्हें संकेत दिया गया था कि एडिलेड टेस्ट के बाद कप्तानी उनके पास आ सकती है, लेकिन फिर चीजें बदल गईं और टीम प्रबंधन ने एक युवा कप्तान की ओर रुख करने का विचार किया।
रिपोर्ट यह भी बताती है कि कोहली को बीसीसीआई द्वारा संकेत दिया गया था कि कप्तानी की वापसी हो सकती है, इसी कारण उन्होंने फरवरी में रणजी ट्रॉफी में दिल्ली के लिए मैच भी खेला। लेकिन अप्रैल में उन्हें सूचित किया गया कि वह टीम में सिर्फ एक खिलाड़ी की भूमिका में हैं। इसके कुछ ही हफ्तों बाद कोहली ने टेस्ट से संन्यास का ऐलान कर दिया।
पूर्व चयनकर्ता और दिल्ली टीम के कोच सरनदीप सिंह ने कोहली के संन्यास को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने कहा कि, (संन्यास का) कोई संकेत नहीं था। कुछ दिन पहले जब मैं उनसे बात कर रहा था, तो उन्होंने कहा कि वह इंडिया ए के साथ इंग्लैंड सीरीज से पहले दो मैच खेलना चाहते हैं।
सरनदीप ने यह भी बताया कि कोहली बेहतरीन फॉर्म में थे, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में शतक भी लगाया था और काउंटी क्रिकेट खेलने की बजाय भारत ए के लिए मैच खेलने को प्राथमिकता दे रहे थे। रणजी ट्रॉफी के दौरान कोहली ने कहा था कि वह इंग्लैंड सीरीज में तीन-चार शतक बनाना चाहते हैं क्योंकि वह टीम के सबसे वरिष्ठ खिलाड़ी हैं।
विराट कोहली को मिली थी कप्तानी में वापसी की ‘संभावना’, फिर बदल गया टीम का रवैया –
Virat kohli had got the ‘possibility’ of returning to captaincy, then the team attitude changed